Computer Virus – Definition & Types of Viruses (कंप्यूटर वायरस और इसके विभिन्न प्रकार)


अगर आप Computer Virus से जुडी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस लेख में जानिए कंप्यूटर वायरस क्या है और इसके प्रकार के बारे में और अपने कंप्यूटर को वायरस से कैसे बचाए? 

What is a computer virus?

यह एक ऐसा computer program और malicious code का टुकड़ा है, जो आपके कंप्यूटर के system files को corrupt करके या आपके DATA को नुकसान पहुंचाने के लिए डिज़ाइन किया गया होता है। Computer Virus, खुद को System में मौजूद अन्य Program files के साथ जोड़ सकता है, उन फ़ाइलों को modify कर सकता है। अपनी ही प्रतियां (copies of itself) बना सकता है और नेटवर्क में मौजूद अन्य devices को control कर सकता हैं।

Computer Virus - Types of Computer Virus

know about Computer Virus

कंप्यूटर वायरस, एक प्रकार का मैलवेयर ही है, लेकिन अन्य दुसरे मैलवेयर की तुलना में ज्यादा advance होता हैं, क्योंकि यह उपयोगकर्ता की सहमति के बिना व्यक्तिगत फ़ाइलों को या अन्य कंप्यूटरों में खुद को कॉपी करने और system software को नुकसान पहुंचाने में सक्षम होते हैं। यह आपसे जुड़े व्यक्तिगत जानकारी जिनमें आपके Bank Details, Credit card की जानकारी और अन्य निजी जानकरी (Photos, Videos, Documents etc.) जो आपको नुकसान पंहुचा सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस के प्रकार:

Different types of computer viruses:

हम सभी वैसे तो किसी computer Virus के बारे में जरुर जानते ही हैं, लेकिन यहाँ अलग-अलग प्रकार के कंप्यूटर वायरस के बारे में जानिए, जो कंप्यूटर के विभिन्न हिस्सों को सक्रमित करते हैं।


Computer Virus के विभिन्न प्रकारों के बारे में:-

Boot sector virus:

यह वायरस, कंप्यूटर के उस हिस्से को नुकसान पहुंचाता है, जहाँ पर ऑपरेटिंग सिस्टम की महत्वपूर्ण जानकारी मौजूद होती है। आसन शब्दो में कहें, तो Boot sector virus किसी भी Computer ऑपरेटिंग सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। यह virus कंप्यूटर को तब infect करता है, जब कंप्यूटर को Boot (Start) किया जाता है।

इस वायरस को अन्य नामों जैसेः Boot Infector, MBR और DBR Virus के तौर भी जाना जाता है। यह वायरस Corrupt media file और Infected Storage Device (जैसे फ्लॉपी डिस्क, यूएसबी ड्राइव और सीडी) के द्वारा कंप्यूटर में आता है।

Boot sector virus, कंप्यूटर में मौजूद सभी प्रकार की डिस्क फाइलों को infect (संक्रमित) करने की क्षमता रखती है। Boot sector virus के कुछ उदाहरण: Michelangelo, Parity Boot, Elk Cloner और Brain हैं।

Resident virus:

Resident virus एक प्रकार का memory-infecting virus हैं, जो किसी भी कंप्यूटर के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते है, क्योकि यह आपके motherboard को नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखते है। यह कंप्यूटर की primary memory में मौजूद होता है, जिसे हम RAM (random access memory), कहते है।


जब कोई यूजर कंप्यूटर को open करता है, तो यह वायरस Active हो जाता है, और कंप्यूटर में चल रही फाइलों को corrupt कर देता है। Magistr virus, Freelove virus और Jerusalem virus (जिसे Friday 13th virus के नाम से भी जाना जाता हैं), Resident virus के उदाहरण हैं।

File Infector virus:

यह एक प्रकार का Malware है जो executable फाइलो (जैसे कि – .com और .exe) को infect करता है. यह वायरस इन्फेक्टेड फाइलों के execute होने पर Active हो जाता है। इस प्रकार के वायरस Macintosh, Windows और Unix जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम को infect करता है।

Direct action virus:

ये वायरस सबसे सामान्य प्रकार के वायरस और बनाने में सबसे आसान होते हैं, जो उन्हें छुटकारा पाने में भी सबसे आसान बनाता है। यह आपके कंप्यूटर में आम तौर पर एक विशिष्ट प्रकार (COM या EXE फ़ाइलें) की फ़ाइलों के आसपास फैलते हैं। Direct action virus के दो example: Win64.Rugrat और Vienna virus हैं।

Multipartite virus:

मल्टीपार्टिट वायरस कई प्रकार से कंप्यूटर में मौजूद फाइलों को Infect (संक्रमित) करता है। यह बूट सेक्टर और हार्ड ड्राइव पर executable फाइलो को नुकसान पहुंचाता है। इनका पता लगाना और हटाना दोनों बहुत मुश्किल होता हैं, क्यूंकि ये खुद को boot area या executable files में छिपा सकते हैं।

Multipartite Virus काफी तेज गति से computer में फैलता है। यह वायरस कंप्यूटर सिस्टम को कई बार, अलग-अलग समय पर संक्रमित कर सकता हैं, और इस वायरस को खत्म करने के लिए पूरे सिस्टम को Format करना पड़ सकता हैं। Multipartite virus के example Junkie virus, Tequila virus और, Invader virus है।


Polymorphic virus:

Polymorphic Virus का पता लगाना Antivirus के लिए भी मुश्किल होता है। यह अपना प्रतिरुप (clones) बनाते हैं, जो उनके पुराने Clone से थोड़े अलग होते हैं, जो इसे Antivirus के द्वारा पता लगाने से बचने में मदद करता है।

इस वायरस की वजह से कंप्यूटर के कार्य करने की speed कम हो जाती है। यह वायरस Malware का इस्तेमाल करके कंप्यूटर में फैलता है। Satanbug virus और VirLock virus, Polymorphic के उदाहरण हैं।

Browser Hijacker:

यह एक ऐसा वायरस हैं, जो उपयोगकर्ता की अनुमति के बिना ही Browser की सेटिंग में बदलाव कर देता है। जिसके बाद उपयोगकर्ता ख़ुद ही अनेक प्रकार के Unwanted malicious website पर पहुँच जाता हैं।

और, आपका वेब ब्राउजर Unwanted Advertisement और PopUp Show करने लगता है। मान लीजिए, आप Browser के Address bar में कोई URL “xyz” टाइप करते है, तो आप वहाँ पर जाने के बजाय किसी अन्य Infected website पर पहुच जाते हैं।

Network Virus:

Network Virus, मुख्य रूप से LAN नेटवर्क और इंटरनेट के माध्यम से फैलता है। इस प्रकार के वायरस एक इन्टरनेट नेटवर्क की परफॉरमेंस को धीमा कर देते है और कभी-कभी नेटवर्क कनेक्शन पूरी तरह से बंद हो जाते है। यह वायरस Local Area Network के जरिये सभी कंप्यूटर या सर्वर को संक्रमित कर देते हैं। जिसके कारण पुरे Organization का नेटवर्क से कनेक्शन डाउन हो जाता है।

Macro Virus:

ऐसा वायरस है, जिसे macro language में लिखा जाता है। Macro language एक प्रकार का प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, जो कंप्यूटर में मौजूद डेटा फाइलों (Microsoft Word या Excel files) को infect करता है। यह वायरस कंप्यूटर में मौजूद किसी infected documents को open करने पर ऑपरेटिंग सिस्टम को संक्रमित करता है।

जब भी कोई यूजर किसी Infected file को Ms Word और Ms Excel का उपयोग करके उसे open करता है, तब Macro virus के फैलने के chances ज्यादा होते है। Melissa, एक ज्ञात Macro Virus है।

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कंप्यूटर वायरस कैसे फैलता है?

How do computer viruses spread? अगर हम कंप्यूटर वायरस के फैलने के तरीकों के बारे में बात करें, तो यह ऑनलाइन डाउनलोड, email attachments, file sharing या external drive के जरिए आसानी से फैल सकते हैं।

कुछ सामान्य तरीके, जिनसे आपका कंप्यूटर, वायरस से संक्रमित हो सकता हैं:-

  1. Emails: यह साइबर अपराधियों के उपयोग में लाया जाने वाला सबसे आसन तरीका हैं, जिनमें शामिल हो सकते हैं।
  2. File sharing: वैसी सभी ऑनलाइन File sharing websites जैसे: DropBox, ShareFile या SharePoint जैसी Peer-to-peer File sharing services का उपयोग वायरस को propagate करने के लिए भी किया जा सकता है।
  3. Downloads: कई free documents, software, Plug-ins और Apps के जरिए भी वायरस को आसानी से propagate किया जा सकता हैं, जो download होने के बाद System को Corrupt कर सकता हैं।
  4. Messaging services: कंप्यूटर वायरस को messaging services जैसे: Messenger, Telegram, WhatsApp और Instagram के जरिए भी फैलाया जा सकते हैं।
  5. Vulnerable software: यदि आप अपने पुराने apps या software को लम्बे समय तक update नहीं करते हैं, तो आप अपने कंप्यूटर के लिए जोखिम ले रहे होते हैं, क्यूंकि Cyber-criminals इसका फायदा “कंप्यूटर वायरस“को फैलाने के लिए उठा सकते हैं।

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कंप्यूटर वायरस की पहचान कैसे करें?

Signs of a computer infected with virus: कंप्यूटर वायरस अपनी खुद की नयी Copies बनाने के लिए आपके System में मौजूद files और System resources का उपयोग करते हैं, जिससे सभी प्रकार के Software के साथ ही सभी Device के performance में समस्याएं शुरु होने लगती हैं।

किसी भी System के कंप्यूटर वायरस से infected होने के तुरंत बाद (कभी-कभी देर से) आप कंप्यूटर पर, इसका प्रभाव देखना शुरू कर देते हैं। अगर आपका कंप्यूटर, वायरस से infected हो जाता हैं, तो आप System में कई तरह के unusual बदलाव देख सकते है।

यहाँ नीचे कुछ ऐसे symptoms दिए गए हैं, जिनसे आपको यह जानने में आसानी होती हैं कि किसी कंप्यूटर में वायरस हैं या नहीं, आइये जानते हैं:-

  1. लगातार Pop-up windows खुलना: जब आप Browsing या इंटरनेट पर surfing कर रहे हो और अचानक से, कई Pop-up windows खुलना शुरु हो जाएं, जो आपको एंटीवायरस या अन्य सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करते हैं।
  2. आपके ईमेल से लगातार मेल आना या जाना: अगर आपका system, कंप्यूटर वायरस से infected हो जाता है, तो आपके existing Outlook, Gmail से Unusual ईमेल भेजा जाना या इसमें लगातार बड़े पैमाने पर Attachment वाले ईमेल का आना।
  3. कंप्यूटर में Unusual activities का होना: आपके कंप्यूटर में कई तरह की ऐसी Activity जो आपने नहीं की हो, जैसे: password change होना, Hompage में बदलाव या आपके Desktop Background का लगातार बदलना।
  4. Hard-Drive का crashes या Slow होना: एक कंप्यूटर वायरस, आपके Hard-drive को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे आपके डिवाइस लगातार Freez या Crash हो सकता है। आपके कंप्यूटर के Respond timing का बढ़ जाना (Slow computer performance) भी यह संकेत देता है, कि आपके कंप्यूटर में वायरस है।
  5. Un-identified Programs: कई ऐसे प्रोग्राम जो आपके कंप्यूटर को चालू करने पर अचानक से Open होने लगते हैं, या फ़िर कंप्यूटर को Start करने पर कई Unknown programs का Start हो जाना। इसके लिए आप अपने कंप्यूटर के Task Manger को जांच सकते हैं।

अभी तक हमने जाना कि कंप्यूटर के Virus Infected होने पर हमें क्या दिखाई देते हैं, आइए अब अपने कंप्यूटर को virus से सुरक्षित रखने के उपायों के बारे में जानते हैं, जिनका आप अपने कंप्यूटर को सुरक्षित रखने के लिए उपयोग कर सकते हैं।

कंप्यूटर वायरस से कैसे बचें?

किसी भी प्रकार के Computer Virus से अपने कंप्यूटर को सुरक्षित रखने से आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराने और किसी भी तरह के नुकसान से बचने में मदद मिलती है।

यहाँ नीचे कुछ तरीके दिए गए हैं, आइये जानते हैं कि, अपने कंप्यूटर को कंप्यूटर वायरस से कैसे बचाएँ?:-

Always use a firewall:

अगर आप Windows user हैं, तो Windows पहले से ही firewall के साथ आता है, और Active होता है। कभी भी बिना किसी जानकारी वाले सॉफ्टवेयरों या किसी फाइल को Open करने के लिए Windows firewall को Off या Bypass ना करें।

Use Antivirus Software:

आप अपने कंप्यूटर में हमेशा एक अच्छे Antivirus Program का इस्तेमाल करें, यह आपको किसी भी infected files, Program या अन्य गलत प्रकार के मैलवेयर से बचाता हैं। वैसे अगर आप विंडोज 10, विंडोज 11 इस्तेमाल करते हैं, तो आपको कोई अलग से Antivirus अपने कंप्यूटर में Install करने की जरूरत नही होती है, क्योकि यह Windows Defender के साथ आता हैं, जो एक Antivirus Program हैं।

Keep all software up to date:

हमेशा अपने कंप्यूटर में मौजूद सभी Software को समय समय पर Update करते रहना चाहिए। विशेष रूप से आपके उपयोग में लाए जाने वाले वेब-ब्राउज़र, Adobe Acrobat Reader और आपके द्वारा नियमित रूप से उपयोग किए जाने वाले अन्य दुसरे Software को जरुर update करना चाहिए।

Browse the web safely:

ऐसी किसी भी Websites पर जाने से बचें, जो Free Software और Program Download करने की सुविधा देती हैं। इनमें से कई साइटें आपके कंप्यूटर में Malware या Ransomware install कर सकती हैं। ऐसी गलत वेबसाइटों से बचने के लिए हमेसा Trusted Web-Browser जैसेः Microsoft Edge, Google Chrome और Mozila का उपयोग करें, जो दुर्भावनापूर्ण वेबसाइटों को ब्लॉक करने में मदद करता है।

यह भी पढ़ें:- सबसे सुरक्षित और बेहतरीन वेब ब्राउज़र

Use Strong Password:

हमेशा पासवर्ड का उपयोग करें, अगर आप किसी भी तरह का Online Account इस्तेमाल करते है, तो उसका Password हमेशा Strong रखे, जिन्हें पता लगाना मुश्किल हो। जैसे कि “@_password$134#”

Never click on any suspicious links और Attachments:

अगर आपको प्राप्त हुई Email पर कोई भी suspicious link मिलती है, जिसके बारे में आप नहीं जानते तो उस पर सोच-समझकर ही क्लिक करना चाहिए।

Frequently Asked Question:

कंप्यूटर वायरस क्या है?

कंप्यूटर वायरस एक प्रकार का दुर्भावनापूर्ण कंप्यूटर प्रोग्राम है, जिसका उपयोग user के information और data को बदलने या चोरी करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर वायरस आपके डिवाइस को पूरी तरह से crashes भी कर सकता हैं।

कंप्यूटर VIRUS का पूरा नाम क्या हैं?

कंप्यूटर VIRUS का Full Form: – Vital Information Resources Under Siege (वाइटल इनफार्मेशन रिसोर्सेज अंडर सीज) होता है।

कंप्यूटर वायरस कितने प्रकार होते है?

कंप्यूटर वायरस के कई प्रकार होते हैं, जिनमें कुछ इस प्रकार हैं:- Boot sector, Direct Action, Polymorphic, Macro, Overwrite, और File Infector आदि।

सबसे पहला कंप्यूटर वायरस क्या था?

सबसे शुरुआती कंप्यूटर वायरस Creeper virus (क्रीपर वायरस) था, जिसे 1971 में Bob Thomas द्वारा बनाया गया था।

कंप्यूटर को वायरस से कैसे बचाएं?

किसी भी Unknowns Links, Attachments पर Click ना करें। साथ ही, Antivirus का उपयोग करें, यह आपके कंप्यूटर में छिपे वायरस को खोज कर हटा देता है और Infected होने से भी बचाता हैं। अगर आप इंटरनेट का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो Antivirus आपके लिए जरूरी हो जाता है।

यह भी पढ़ें:-

अब जब आप जानते हैं कि कंप्यूटर वायरस क्या है? और इसके कई प्रकार हैं, तो आपको अपने computer को इन वायरस से बचने के ऊपर बताएं सभी उपयोगी रोकथाम के तरीकों को अपनाना चाहिए।

दोस्तों, हमे उम्मीद हैं कि Computer Virus पर हमारे लेख से आपको अच्छी जानकारी मिली होगी। अगर आपको यह लेख अच्छी लगी, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें।

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