Transport layer OSI model की 4th layer होती है। ये layer data के reliable transfer के लिए responsible होती है। Data order में और error-free पहुंचे ये इसी layer की जिम्मेदारी होती है।
Transport layer 2 तरह से communicate करती है connection-less और connection oriented।
Connectionless communication के लिए UDP और connection orientated के लिए TCP/IP protocols यूज़ किये जाते है। Connectionless communication fast होता है लेकिन ये डेटा के error free होने और सही ढंग से पहुचने की guarantee नहीं देता है।
Connection oriented communication data के error free होने और ढंग से पहुचने की guarantee देता है। ये communication कुछ services प्रोवाइड करता है –
- Segmentation – Data को भेजने से पहले छोटे छोटे segments में convert किया जाता है।
- Sequencing – हर segment को एक sequence number दिया जाता है।
- Connection establishment – Data को भेजने से पहले sender और receiver के बीच connection establish किया जाता है।
- Acknowledgment – जब segment पहुचता है तो उसका acknowledgment आता है की इतने number का segment आ चूका है उसे दुबारा भेजने की जरुरत नही है।
- Flow control – Data की transfer rate को confirm किया जाता है।
इस लेयर का प्रयोग डेटा को नेटवर्क के मध्य में से सही तरीके से ट्रान्सफर किया जाता है। इस लेयर का कार्य दो कंप्यूटरों के मध्य कम्युनिकेशन को उपलब्ध कराना भी है। इसे सेगमेंट यूनिट भी कहा जाता है।
ship ticket too, for example I took ticket from Phuket to Samui Island, so we goes until Surattahani by bus and then took ship to Samui island, Freight Forwarder