Data Structure in Hindi:
किसी Computer System में Data को Store और Organize करने का एक Process है, जिससे कि हम Data का आसानी से इस्तेमाल कर सकें। Data को इस प्रकार Organize कर रखा जाता है, कि उसको बाद में किसी भी समय आसानी से Access किया जा सकें।
Data किसी भी तरह के facts और figures का एक Collection है, जो किसी particular format में, अलग-अलग तरीकों से Logically या Mathematically Organize होता हैं।
Data Structure, हमें आसान और Efficient तरीके से किसी Data को Store करने, Organize करने और ज़रूरत होने पर Data को Retrieve करने में help करता हैं।
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Data Structure Example:
मान लीजिये कि हमारे पास कुछ Data है, जिसमें किसी Shop के Customer का नाम “Kanan” और उसकी उम्र 26 है। यहां “Kanan” एक String Data का प्रकार है और 26 Integer Data का।
हम इस Data को Customer Records के रूप में organize कर सकते हैं, जिसमें Customer का नाम और उम्र दोनों होंगे। अब हम Customer’s के नाम से जुड़े Record को किसी File में, Data Structure के रूप में Collect कर रख सकते हैं। For Example “Mohan” 45, “Rahul” 21, “Priti” 23
Types of Data Structure in hindi:
Data Structures को उनकी Properties के अनुसार कई अलग अलग प्रकार में बाँटा गया है। मुख्य रूप से Data Structure दो प्रकार के होते है, जिनको कई Sub-type में बटां जाता हैं:-
- ➥ Primitive Structure, और
- ➥ Non-Primitive Structure
तो चलिए जानते हैं कि Primitive Data Structure और Non-Primitive Data Structure क्या होता हैं?:
#1. Primitive Data Structure:
Primitive Data, उन Data Structure को कहते है जिनको Computer द्वारा दिये गये Instructions से Direct Operate किया जा सकते है। इन्हें Built-in Data Types भी कहते है।
Primitive Data Structure के प्रकार:-
- Integer: किसी Integer को Define करने के लिए ‘int‘ का use किया जाता है, इसमे Decimal के अलावा अन्य सभी संख्याएं होती हैं। (Example: int a =7;)
- Character: इसका इस्तेमाल Alphabet को Store करने के लिए किया जाता है, Character को Define करने के लिए char का प्रयोग किया जाता है तथा उस Character को char ‘x’ के रूप में लिखा जाता हैं।
- String: Character के Groups को String कहा जाता है और इसे Define करने के लिए string का use होता है। String को string “Shivam” के रूप में लिखा जाता हैं।
- Float: किसी Decimal Number को Float में define करते है। Example: float a =4.2;
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#2. Non-Primitive Data Structure:
Non-Primitive, वैसे Data Structure को कहते है जो Computer द्वारा दिये गये Instructions से सीधे Operate नहीं होती या किया जा सकता है और यह अलग अलग Primitive Data Structure के Combination हैं। इन्हे Derived Data Types भी कहते है।
Non-Primitive Data Structure के प्रकार:
- Linear Data Structure: इसमें Data Value को रैखिक रूप में Store और Organize किया जाता है, जिसमें Data Value एक रेखा के रूप में दूसरे से जुड़ा होता है। Example: Array, Stack, Queue, linked lists आते हैं।
- Non-Linear Data Structure: जिसमें Data Value को Sequential तरीके से Organize नहीं किया गया होता है। इसमें एक Data Value किसी Other Data Value से जुड़ा हो सकता हैं। Example: Tree, Graph आदि।
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Operations on Data Structures हिंदी में:
किसी Data पर किए जाने वाले Important Operations है:
- Insertion: Data Structure में एक नए Data Value को जोड़ना।
- Deletion: किसी Data Value को, Data Structure से हटाना।
- Searching: पहले से मौजूद Data Structure में किसी Data Value को खोजना।
- Traversal: Data Structure में मौजूद Data Value को संसाधित (processing) करना।
- Sorting: किसी Specific Order में Data को Arrange करना।
- Merging: दो समान Data Structure के Values को एक साथ मिलाना।
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