Software Engineering एक Systematic रूप है जिसके द्वारा किसी Electronic (Devices) Technology के लिए विशेष प्रकार के Application के Design, Development, Implementation, Testing और Maintenance से हैं।
“Software engineering” शब्द सर्वप्रथम 1968 में NATO के Software Engineering सम्मेलन में प्रयोग में लाया गया था, जोकि उस समय के “Software crisis” को सुलझाने के लिए आयोजित किया गया था और तबसे अबतक ये Software engineering एक ऐसे व्यवसाय के रूप में विकसित हो चुका है। जो High Quality के Software विकसित करने के लिए समर्पित है जो सस्ते, सरलता से रखरखाव करने के योग्य और तेज़ी से बनाये जा सकने में आसन हो।
Software Engineering क्या है.?
अन्य Engineering शाखाओं की तुलना में “Software Engineering” एक नया क्षेत्र है, इसलिए इस क्षेत्र में बहुत काम किया जाना अभी बाकी है और तो Software Engineering को लेकर बहुत वाद-विवाद है की वास्तव में ये क्या है और इस बात की भी की क्या ये Engineering के क्षेत्र में रखे जाने योग्य है भी या नहीं।
Software Engineering के क्षेत्र में तीव्रता से वृद्धि हुई, इसे अब केवल Programming तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता हैं। Software Engineer Programming तथा Designing करके इन Software’s तथा Application’s का निर्माण करते है।
“Software engineering” के स्थान पर Software Industries
In Short हम कह सकते है कि :
” Software Engineering का अर्थ एक ऐसी Engineering से है जिसमें Computer System तथा किसी अन्य Electronic Devices के लिए Software के निर्माण और उसके विकास पर शोध से किया जाता है।”
Software को अलग-अलग आधार पर अलग-अलग तरीकों से जांचा जाता हैं। उदाहरण के लिए, कोई भी User जब भी किसी Software को Use करता है तो अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप प्रदर्शित होते या Perform करते देखना चाहता हैं।
ठीक उसी तरह, किसी भी Software के Design, Coding और रखरखाव में शामिल Developers, User को Software वितरित (Deliver) करने से पहले Software की आंतरिक विशेषताओं और खामियों को देखकर Software का मूल्यांकन करते हैं।
Software के Characteristics:
Software Characteristics को छह प्रमुख घटकों में वर्गीकृत किया जाता है।
एक अच्छे Software के निम्नलिखित गुणधर्म होते है:-
01). Functionality: किसी भी सॉफ्टवेयर के निष्पादन की डिग्री को अपने इच्छित उद्देश्य से संदर्भित करता है।
02). Reliability: किसी दी गई स्थितियों के तहत वांछित कार्यक्षमता को प्रदान करने के लिए सॉफ्टवेयर की क्षमता का उल्लेख करता है।
03). Usability: इस बात को संदर्भित करता है कि सॉफ्टवेयर आसानी से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
04). Efficiency: सबसे प्रभावी और कुशल तरीके से सिस्टम संसाधनों का उपयोग करने के लिए सॉफ्टवेयर की क्षमता को दर्शाता है।
05). Maintainability: किसी सॉफ्टवेर को आसानी से अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने, इसके प्रदर्शन को बेहतर बनाने, या Error को सुधारने के लिए उसके Software System में संशोधन किया जा सकता है।
06). Portability: Software developers आसानी से (या कम से कम) परिवर्तनों के बिना, एक Platform से दूसरे Platform में Software Transfer कर सकते हैं, दुसरे शब्दों में, यह सॉफ्टवेयर की क्षमता को अलग-अलग Hardware और Software Platforms पर आसानी से कार्य करने के लिए संदर्भित करता है, इसमें कोई भी बदलाव किए बिना या आंशिक।
उपरोक्त विशेषताओं के अलावा, Robustness, Platform independecy और Integrity भी महत्वपूर्ण हैं।
Robustness: जिसमें Software Invalid Data के साथ Deliver किए जाने के बावजूद कार्यशीलता रख सकता है, जबकि Integrity: वह है जिसके द्वारा किसी सॉफ्टवेयर या डेटा को अनधिकृत पहुंच से रोका जा सकता है।
यह भी देखें:
- कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्या है? और इसके प्रकार को जानिए!
- जानिए PHP क्या है? (PHP Introduction in Hindi)
आज हमने इस लेख में What is Software Engineering के बारे में जाना। मुझे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे जरुर अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।